| शैक्षणिक योग्यता : | B.E.(Hons.)Computer Science, MBA (HR),MIT,M.Tech. | 
| विधा : | गद्य पद्य दोनों में रूचि मुख्यतः व्यंग, लघुकथा समसामयिक विषयों पर लेख ,काव्य रचना । | 
| रूचि : | कविता के अतिरिक्त संगीत से प्रेम । जन-संपर्क, इन्टरनेट और ब्लोगिंग में | | 
| प्रकाशित कृतियाँ : | 
 | 
| प्रकाशन में : | कायस्थ समाज सतना और मैहर की वार्षिक पत्रिका में संपादन | 
| सम्मान एवं पुरस्कार: | 
 | 
| सदस्य : | 
 | 
| अन्य उपलब्धियां : | 
 | 
 
        अंजन काजल का समानार्थी शब्द है ! इसी शब्द पर आधारित है दिल से लिखा,दिल को छूने वाला, काव्य संग्रह ‘अंजन ' कुछ दिल से….
 
    जीवन में हम सब की समस्याएं लगभग एक सी हैं, इन्हीं समस्याओं पर सभी शायरों और कवियों ने अपनी कलम चलाई है, एक से ही विषय होते हुए भी किसी बात को कहने का और उसे महसूस करने का अंदाज़ ही उन्हें एक दूसरे से अलग करता है.ग़ज़लों का केनवास काफी विस्तृत है. व्यक्ति से लेकर साहित्य, संस्कृति, समाज, परिवार, देश, अर्थ तंत्र, धर्म, शिक्षा, राजनीती, आतंक आदि विषयों पर उनके शेर कमाल का प्रभाव पैदा करते हैं. उन्होंने अपनी दार्शनिक सोच को भारतीय संस्कारों के तहत अपने शेरों में रूपायित किया है..